परिचय
आपसी शूल्क, जिसे इंग्लिश में Reciprocal Tariffs कहा जाता है, अंतरराष्ट्रीय व्यापार में एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। यह उस स्थिति को दर्शाता है जब एक देश ने दूसरे देश के उत्पादों पर शूल्क लगाते समय अपने उत्पादों पर समान शूल्क लागू करने का निर्णय लिया। इस लेख में हम आपसी शूल्क का अर्थ, इसके लाभ, उदाहरण और केस अध्ययन पर चर्चा करेंगे।
आपसी शूल्क का अर्थ
आपसी शूल्क का सीधा अर्थ है “दो पक्षों के बीच समान शूल्क।” जब एक देश किसी अन्य देश से आयातित उत्पादों पर अतिरिक्त कर या शूल्क लगाता है, तो उसके बदले में वह दूसरे देश भी अपने देश में आयात किए गए उत्पादों पर समान शूल्क लगाता है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार सन्तुलित हो सकता है।
आपसी शूल्क के लाभ
- व्यापार सन्तुलन: आपसी शूल्क से देशों के बीच व्यापार करना अधिक संतुलित हो जाता है।
- स्थायी विकास: यह देशों को अपने उद्योगों को संरक्षण देने में मदद करता है।
- स्थानीय उद्योगों को सुरक्षा: यह स्थानीय उत्पादकों को विदेशी प्रतिस्पर्धा से सुरक्षित रखता है।
- राजस्व का बढ़ावा: आपसी शूल्क द्वारा सरकारों को टैक्स में बढ़ोतरी हो सकती है।
आपसी शूल्क का उदाहरण
मान लीजिए, भारत ने अमेरिका से आयातित स्टील पर 25% का शूल्क लगाया। यदि अमेरिका यह निर्णय लेता है कि वह भारत से आयातित वस्तुओं पर भी 25% का शूल्क लगाएगा, तो इसे आपसी शूल्क कहा जाएगा। इससे दोनों देशों के व्यवसायों पर कुछ प्रभाव होगा।
केस अध्ययन: अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध
2018 में अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध शुरू हुआ, जिसमें दोनों देशों ने एक-दूसरे पर आपसी शूल्क लगाना शुरू किया। अमेरिका ने चीनी उत्पादों पर भारी शूल्क लगाया, जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका के उत्पादों पर शूल्क लगाया। इससे दोनों देशों के व्यापार पर गंभीर परिणाम हुए:
- अमेरिका की कृषि उत्पादकों को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा।
- चीन ने अमेरिकी उत्पादों की खरीद में कमी की, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा।
- दोनों देशों के उपभोक्ताओं को महंगे उत्पादों का सामना करना पड़ा।
आपसी शूल्क के सांख्यिकी आंकड़े
आंकड़ों के अनुसार, 2019 में अमेरिका-Chine व्यापार युद्ध के कारण अमेरिका की वस्तु निर्यात 20% तक गिर गया। इसके अलावा, International Trade Association के अनुसार, वैश्विक व्यापार में आपसी शूल्क के कारण औसत कीमतों में 10 से 25% की वृद्धि देखने को मिली थी।
निष्कर्ष
आपसी शूल्क एक द्विपक्षीय व्यापार उदारता का महत्वपूर्ण भाग है। यह देशों के बीच व्यापार को प्रभावित करता है और आर्थिक स्तर पर कई अंतरतालों को जन्म दे सकता है। हालांकि यह एक स्थायी समाधान नहीं हो सकता, लेकिन यह वर्तमान में व्यापार नियमों को बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए, क्षेत्रों में विशेषज्ञता के साथ इसे समझना आवश्यक है।
